Delhi :नकली नोट छापकर दिल्ली और गुरुग्राम में सप्लाई कर रहा था बुल्गारिया का नागरिक, गिरोह का पर्दाफाश

Citizen of Bulgaria was supplying in Delhi, Gurugram by printing fake notes

गिरफ्त में आरोपी…
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार


बुल्गारियाई नागरिक रुस्लान पेत्रोव मेटोडीव गुरुग्राम के पालम विहार में यूनिट लगाकर धड़ल्ले से नकली नोट छाप रहा था। आरोपी एक वर्ष में दिल्ली व गुरुग्राम में 70 लाख रुपये से ज्यादा के नकली नोट खपा चुका है। 

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नकली नोट छापने व सप्लाई करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश कर इस यूनिट का पर्दाफाश बुल्गारियाई नागरिक रुस्लान पेत्रोव मेटोडीव को गिरफ्तार किया है। इसके कब्जे से आठ लाख कीमत के नकली नोट बरामद किए गए हैं।

स्पेशल सेल के विशेष पुलिस आयुक्त एचजीएस धालीवाल ने बताया कि आरोपी दिल्ली व गुरुग्राम में ही नकली नोट सप्लाई करता था। आरोपी का साथी श्रीलंका का नागरिक है। श्रीलंका का नागरिक बुल्गारियाई नागरिक को बताता था कि दिल्ली व    गुरुग्राम में नकली नोट किसी सप्लाई करने हैं। 

श्रीलंका का ये नागरिक दुबई के मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर रहा है। विशेष पुलिस आयुक्त ने बताया कि इंस्पेक्टर विवेकानंद पाठक व इंस्पेक्टर कुलदीप को नकली नोट छापने वाले इस अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट के बारे में सूचना मिली थी। कई दिन की जांच के बाद इंस्पेक्टर विवेकानंद पाठक को पता लगा कि कई देशों में बैठे इस गिरोह के लोगों की मिलीभगत से गुरुग्राम के पालम विहार में नकली नोट छापे जा रहे हैं।

इंस्पेक्टर विवेकानंद पाठक को 21 जून को सूचना मिली थी कि नकली नोट छापने वाला विदेशी नागरिक नजफगढ़-कापसहेड़ा रोड स्थित गंदा नाला रोड पर आएगा। एसीपी वेदप्रकाश की देखरेख में इंस्पेक्टर विवेकानंद पाठक व इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह ने यहां घेराबंदी कर बुल्गारियाई नागरिक रुस्लान पेत्रोव मेटोडीव को पकड़ लिया।

बुल्गारियाई सेना में कर चुका है नौकरी…

रुस्लान पेत्रोव मेटोडीव सोफिया (बुल्गारिया) का स्थायी निवासी है। बुल्गारिया में अपनी स्कूली शिक्षा के बाद वह 1996 में बुल्गारियाई सेना में शामिल हो गया और 6 वर्ष तक वहां सेवा की। 2018 में व्यवसाय की संभावना तलाशने के लिए भारत में गोवा का दौरा किया। 2019 में रुसलान फिर भारत आया और डोनट्स का बिजनेस शुरू किया, लेकिन कारोबार अच्छा नहीं चला। इसके बाद ये जालसाजी के गोरखधंधे में शामिल हो गया था। 

यू-ट्यूब पर नकली नोट छापना सीखा था

आरोपी रुस्लान पेत्रोव मेटोडीव ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह नकली नोट छापने वाले एक बड़े अंतरराष्ट्रीय रैकेट का हिस्सा था। वह पहली बार 2018 में भारत आया था। इसके बाद 2019 में फिर से भारत आया। यहां   पर तुगलक रोड थाना पुलिस ने उसे जालसाजी के मामले में गिरफ्तार किया था। जनवरी 2021 में जमानत पर रिहा कर दिया गया। जेल में रहने के दौरान वह नकली नोट छापने व तस्करी करने वाले अपराधियों के संपर्क में आया। इसके बाद नकली नोट छापने लगा। आरोपी ने यूट्यूब पर नकली    नोट छापने की तकनीक सीखी थी।

बरामद किया   गया सामान

500 के नोट में आठ लाख कीमत के नकली नोट, नकली नोट प्रिंट करने के लिए उपयोग की जाने वाली सामग्री/उपकरण यानी 1 लेमिनेशन मशीन, 3 पेपर स्केलिंग व कटर मशीनें, कथित तौर पर नकली नोट को प्रिंट करने में उपयोग किए जाने वाले कागज के 1 ढीले बंडल, 35 ट्रेसिंग पेपर जिन पर 500 वाली महात्मा     गांधी की फोटो मुद्रित है, 30 अर्धतैयार/अधूरी पेपर शीट, अंक 500 के निशान के साथ 4 लकड़ी के फ्रेम, एक धातु क्लैंपिंग टूल, 2 स्प्रे चिपकने वाली बोतलें, एक बॉक्स ग्लिटर पाउडर, 2 हरा फ़ॉइल पेपर, 8 बोतल स्याही, हरियाणा के गुरुग्राम में घर से 1,89,000 रुपये, 2 लैपटॉप, 2 प्रिंटर बरामद किए गए हैं। नकली नोट सर्कुलेशन गतिविधियों में इस्तेमाल किया गया एक मोबाइल हैंडसेट और सिम कार्ड भी बरामद किया गया है।

Source link

india9news
Author: india9news

Media

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *